tag:blogger.com,1999:blog-8036287333083510616.post8474141273619595240..comments2023-10-31T18:38:35.374+05:30Comments on शाकुन्तलम् Hindi: यजुर्वेदशकुन्तला शर्माhttp://www.blogger.com/profile/12432773005239217068noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8036287333083510616.post-1607444186161480862013-07-18T16:02:03.332+05:302013-07-18T16:02:03.332+05:30व्यथित कभी भी आत्मा न हो नितप्रति इसका ध्यान रखें
...व्यथित कभी भी आत्मा न हो नितप्रति इसका ध्यान रखें<br />वज्रपात न करें किसी पर बन कर कृतज्ञ निज को परखें ।<br /><br />अद्भुत और उत्तम संग्रहनीय पद प्रणाम इस उत्तम कार्य हेतु Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8036287333083510616.post-12051463695867222812013-07-17T16:28:09.606+05:302013-07-17T16:28:09.606+05:30वाह, पहली बार वेदों को काव्यानुवाद पढ़ा, बहुत अच्छ...वाह, पहली बार वेदों को काव्यानुवाद पढ़ा, बहुत अच्छा लगा।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8036287333083510616.post-67211467647424307392013-07-17T12:40:01.675+05:302013-07-17T12:40:01.675+05:30पर- हित चिन्तन होता जिसका विद्यावान वही होता है
...पर- हित चिन्तन होता जिसका विद्यावान वही होता है <br />नभ शुचि होता यज्ञ धूम से आरोग्य तभी पावस देता है ।<br /><br />वेद की इन सुंदर शिक्षाओं को पढवाने के लिए आभार!Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.com