tag:blogger.com,1999:blog-8036287333083510616.post7605363495552076874..comments2023-10-31T18:38:35.374+05:30Comments on शाकुन्तलम् Hindi: तुलसीदास- साहित्य के पार सत्य का चितेराशकुन्तला शर्माhttp://www.blogger.com/profile/12432773005239217068noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-8036287333083510616.post-23827979782677967422014-08-03T23:00:05.301+05:302014-08-03T23:00:05.301+05:30निसंदेह तुलसी एक विलक्षण व्यक्तित्व थे...उनकी रचना...निसंदेह तुलसी एक विलक्षण व्यक्तित्व थे...उनकी रचनाओ में जीवन का सार छिपा है...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8036287333083510616.post-61172066175638283222014-08-03T09:59:51.277+05:302014-08-03T09:59:51.277+05:30तुलसी का क्षणिक संदर्भ भी मन आह्लाद से भर देता है...तुलसी का क्षणिक संदर्भ भी मन आह्लाद से भर देता है! आभार!Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8036287333083510616.post-46492023651590170682014-08-02T10:28:30.928+05:302014-08-02T10:28:30.928+05:30इस अबाध अस्तित्व का आनन्द ही "राम" है । ...इस अबाध अस्तित्व का आनन्द ही "राम" है । तुलसी इसी आनन्द के साथ आजीवन मुग्ध रहे । उनका जीवन इस विराट अस्तित्व के अनुभव के आनन्द की व्याख्या है ।<br /><br />शकुंतला जी, तुलसी और राम की सटीक व्याख्या करती सुंदर रचना के लिए बधाई..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8036287333083510616.post-20868067768309255692014-08-02T08:30:51.688+05:302014-08-02T08:30:51.688+05:30उसी आनन्द के उद्भास का एक अप्रतिम चितेरा हुआ "...उसी आनन्द के उद्भास का एक अप्रतिम चितेरा हुआ "तुलसी" सोलहवीं शताब्दी का एक अद्वितीय मानव<br /><br />बेहतरीन सुखदायक लेख तुलसी बाबा पर , आभार आपका !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.com