बात
-
बात
में योग सिखाते बाबा रामदेव
स्वामी
बार
-
बार
समझाते हैं वे पतञ्जलि के
अनुगामी ।
राष्ट्रदेव
का चिन्तन करते भक्ति जगाते
जन-
मन
में
महिमा
जिनकी सबसे न्यारी बल भर देते
जन गण में ।
देव
-
शक्ति
के वे विग्रह हैं वे हैं भारत
का सम्मान
वरुण
-
देव
सम उनकी गति है वे हैं जग का
गौरव गान ।
sundar gaan guru purnima ki shubhkamana
ReplyDeleteसुन्दर स्तुति..
ReplyDeleteबाबा रामदेव को नमन..आपको शुभकामनायें !
ReplyDeleteBahut sundar aur sachchee baat likhi aapne !
ReplyDeleteउन्हें नमन
ReplyDeletebaba ram deo yug purush hai badhiya lika hai
ReplyDeleteBABA JI KO MERA KOTI KOTI NAMN.HUM SUB UNKE SATH HAI. DESH KO VAPAS SONE KI CHIDIA BANANE ME HUM SUB KO MADAD KARNI CHAHIYE.
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुतीकरण !!
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