Saturday 8 June 2013

अनजान का अनुग्रह






7 comments:

  1. आपकी पुस्तक चाणक्य नीति मेरे हाथों में है इतनी जल्दी इस पर अपनी प्रतिक्रिया देना उचित नहीं किन्तु एक सत्य पुस्तक पठनीय और पूर्ण निष्ठा का परिचायक है बधाई आपके माँ सरस्वती प्रेम को सादर प्रणाम स्वीकारें।

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  2. बहुत ही अच्छी पुस्तक, शीघ्र ही पढ़ने का प्रयास करते हैं।

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  3. छत्‍तीसगढ़ी की शक्ति भाषाई शक्ति का समुचित उपयोग.

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  4. बहुत बधाई शकुंतला जी. मैं भी तलाशती हूँ पुस्तक.

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  5. बहुत बहुत बधाई !

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  6. thanks sikhane k liye badhiya likhi ho

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