भरत की माता श्री शकुंतला को प्रणाम ... किन्तु आज बदले परिवेश में
शकुन्तला आज घर पर ही नहायेगी तब ही अंगूठी उंगली में बच पायेगी भरत सिंह की जगह न्याय से खेलेगा खण्ड खण्ड होगा भरत खंडे समय और चक्र http://zaruratakaltara.blogspot.in/2011/10/blog-post_2860.html
भरत की माता श्री शकुंतला को प्रणाम ...
ReplyDeleteकिन्तु आज बदले परिवेश में
शकुन्तला आज घर पर ही नहायेगी
तब ही अंगूठी उंगली में बच पायेगी
भरत सिंह की जगह
न्याय से खेलेगा
खण्ड खण्ड होगा भरत खंडे
समय और चक्र
http://zaruratakaltara.blogspot.in/2011/10/blog-post_2860.html